गणतंत्र दिवस लोकभाषा काव्योत्सव में कवियों ने समां बांध दिया
गणतंत्र दिवस लोकभाषा काव्योत्सव में कवियों ने समां बांध दिया
रिपोर्ट: अम्बालिका न्यूज सेंट्रल डेस्क, 26 जनवरी, 2021,अचीवर्स जंक्शन के काव्य निर्झर कार्यक्रम में भोजपुरी, ब्रज, अवधी और मैथिली को समर्पित ‘गणतंत्र दिवस लोक भाषा काव्योत्सव’ का आयोजन किया गया।
हिंदी कविता को समर्पित यह कार्यक्रम पिछले सात महीने से लगातार चल रहा है। अब हर मास के अंतिम सोमवार को लोक भाषाओं के कवियों को आमंत्रित किया जाएगा। स्मरण रहे कि इस समय काव्य निर्झर कार्यक्रम सोशल मीडिया का सबसे बड़ा कार्यक्रम बन गया है, दुनिया के लगभग तीन दर्जन देशों में देखा जाता है। लोक भाषा का यह पहला एपीसोड हुआ , जिसमें लखीमपुर खीरी से अवधी के प्रख्यात गीतकार फारुख सरल ने अपने गीतों से मंत्र मुग्ध कर दिया। ब्रज की रचनाओं से सुप्रसिद्ध कवयित्री रुचि चतुर्वेदी ने सभी के मन को छू लिया। मैथिली के गीतों के साथ आईं संस्कृति मिश्र को भी दर्शकों का भरपूर स्नेह मिला। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गोरखपुर के जाने-माने भोजपुरी गीतकार सुभाष यादव ने अपनी रचनाओं से समा बाँध दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उद्योगपति सुरेन्द्र कुमार शाह (मुम्बई) रहे। श्री शाह ने कहा कि अचीवर्स जंक्शन का काव्य निर्झर कार्यक्रम संस्कृति के संवर्धन में बड़ा कार्य कर रहा है।
पिछले सात महीने से लगातार काव्य निर्झर में हजारों लोग हिंदी कविता का आनंद लेते हैं।
काव्य निर्झर कार्यक्रम ने अपने राष्ट्रीय दायित्व का निर्वहन करते हुए दो महीने तक चीन के विरुद्ध एक मुहिम नाम से निडरतापूर्वक कयी सारे एपीसोड किए और राष्ट्रीय भावनाओं को उत्साहित करने में अपना योगदान दिया और देश के प्रति अपने नैतिक दायित्व का निर्वाह किया।
‘गणतंत्र दिवस लोक भाषा काव्योत्सव’ का संचालन हिंदी खड़ी बोली के अंतर्राष्ट्रीय गीतकार मनोज कुमार मनोज ने किया।
सुप्रसिद्ध कवि और अचीवर्स जंक्शन के निदेशक मनोज भावुक ने कार्यक्रम के अंत में कहा कि अचीवर्स जंक्शन सीमित संसाधनों से संस्कृति संवर्धन के लिए मात्र दृढ़ संकल्प से ही आगे बढ़ रहा है। ऐसे कार्यक्रम लोक भाषा को प्रोत्साहित करने का कार्य करेंगे।