गोवर्धन पूजा आज: हिंदू धर्म में गोवर्धन पूजा का है विशेष महत्व!!
रिपोर्ट: के. के. सिंह सेंगर/वीरेश सिंह, अम्बालिका न्यूज, सेंट्रल डेस्क,

प्राचीन परंपराओं के अनुसार गोवर्धन पूजा अमावस्या को की आयोजित जाती है। इस वर्ष गोवर्धन पूजान 15 नवंबर को आयोजित हो रही है। बताते हैं कि इस दिन भगवान कृष्ण ने अपनी छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर भगवान इंद्र को हराया था। हिंदू धर्म में गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है। गोवर्धन पूजा का सायं काल मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 18 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 27 मिनट तक है.श। पौराणिक कथा के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने गोकुलवासियों को इंद्र देव को पूजने की बजाय गोवर्धन पर्वत को पूजने के लिए कहे थे।
इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया था कि इंद्र को पूजने से कोई लाभ नहीं मिलता है। जिसके बाद इंद्र नाराज हो गए इसके बाद उन्होंने गुस्से में आगबबूला होकर ब्रजवासियों पर मूसलाधार बारिश करना शुरू कर दिया। जिससे ब्रजवासियों को भारी वर्षा से डराना चाहा।
लेकिन भगवान श्रीकृष्ण ने भी गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठा लिया और गोकुलवासियों को इंद्र देवता के कोप का भाजन बनने से बचा लिया। 
बताया जाता है कि जब गोकुलवासियों ने गोवर्धन पर्वत के नीचे शरण ली थी। तब उन्होंने श्रीकृष्ण को 56 भोग लगाए थे। जिससे प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण ने भी समस्त गोकुलवासियों की सदैव रक्षा करने का आशीर्वाद दिया था। इसी के बाद से इंद्र देवता की जगह गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाने लगी। जो परंपरा आज भी जारी है।




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